Thursday, November 9, 2017

क्या आप जरूरत से ज्यादा Good Person है?



कैसे लगता है जब किसी ने बहुत अच्छा कह कर हमारा इस्तेमाल कर लिया हो! तब ठग लिए जाने का एहसास हमे तोड़ देता है । अपनी ही भलमनसाहत पर भरोसा उठने लगता है। हम झुंझलाते है, गुस्सा होते है कि आखिर क्यों इस्तेमाल हो जाते है? उस हाल में क्या वाकई हमे फिर से सोचने की जरूरत होती है?

हर किसी का अपना स्वभाव होता है, जिसको बदलना आसान नही होता। अगर स्वभाव अच्छा है, तो बदलने की जरूरत भी क्या है? आखिर मदद करना, तमीज से पेश आना, आभार व्यक्त करना या फिर किसी को धोखा न देना वगैरह अच्छे गुण ही तो है। पर problem तब आ खड़ीं होती है, जब आपकी यह अच्छाई आपको ही दुखी करने लगती है। जिन्हें आप अपना समझते है, वे आपसे अपने काम करवाते है, मजाक उड़ाते है और हर बार नुकसान भी आपका ही होता है। अफ़्रीकी अश्वेत लेखिका माया एंजेलो कहती है,’ सब चीजो पर control हो यह जरूरी नही, पर यह चुनाव जरुर कर सकते है कि आपका सम्मान भी कम न हो।‘

आप भी ईमानदार रहे

‘जैसे को तैसा’ का व्यवहार करना आपका स्वभाव नही है, अच्छी बात है। लेकिन खुद को पीड़ित मानसिकता का शिकार बनाये रखना भी सही नही है। हर बार खुद को रोते हुए पाना या दूसरो से complain करने से problem का हल नही होता। खुद को इसके लिए तैयार करे कि आप शांति से अपनी बात रख सके। आप भलाई करना न छोड़े, पर आपका नुकसान भी न हो।

टाइनीबुद्दाडॉटकॉम की संस्थापक लॉरी डेशने कहती है,’यह देखना भी जरूरी होता है कि कही आपमें दूसरो का फायदा उठाने का लोभ तो नही? पहले आप ईमानदारी बरते। खुद को समझे। खुद को न जानने पर या तो आप हर चीज को स्वीकार करने लगते है और या फिर थके-थके उदासीन या क्रोधित रहने लगते है।‘

खुद को कमजोर न समझे

life coach ऐड. हरजोग कहते है, ‘अगर लोग आसानी से आपको इस्तेमाल कर लेते है, तो क्यों? ये इस ओर भी इशारा है कि आप खुद को कमजोर मानते है। यह सोचते है कि आप स्थितियों को बदल नही सकते। जबकि यह सच नही होता। थोड़ी सी मजबूती और समझदारी से आप बेहतर व्यवहार कर सकेगे।‘

इन्हें अपनाये

1-  अपने कामों की योजना बनाएं। important कामों को करने से पहले उनके फायदे और नुकसान के बारे में पहले से सोच ले। सही फैसला लेने में मदद मिलेगी।

2-  बातचीत में तुरंत धैर्य न खोएं। अपने हक की बात करे। गुस्से में बोलने से यह सुनिश्चित नही होता कि आप जो चाहते है, वह आपको मिल ही जाए।

3-  दूसरो पर निर्भरता कम करने का प्रयास करे। आसान रास्तो से अपने आत्मसम्मान को ठेस पहुँचाने की बजाय कठिन रास्तो पर चलने का अभ्यास करे।

4-  अपने कामो की जिम्मेदारी लेते हुए दूसरो को माफ़ करे। मन शांत रखने के लिए नियमित ध्यान व् योग करे।

5-  लोगो से अपना व्यवहार बढाये। ऐसे लोगो की पहचान करे, जो हमेशा आपके साथ गलत व्यवहार कर रहे है। ऐसे लोगो से सीमित व्यवहार करे। अपने फैसले करना शुरू करे।

6-  यदि आपको कुछ पसंद नही है, तो उसे बदलने का प्रयास करे। यदि नही बदल सकते है, तो उस बारे में अपने सोचने के ढंग में बदलाव करे।

7-  अपनी प्राथमिकताये तय करे


8-  अपनी भावनाओ के लिए बहाने न बनाये। न खुद को हीन समझे और न दूसरो की शिकायत करे। 






 
                                           Good habits to change bad habits






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