Sunday, December 31, 2017

Asthma (दमा) की सही जाँच व् उपचार

asthma


दुनियाभर में हर 10 seconds में किसी एक व्यक्ति को दमा का attack पड़ता है। भारत में दमा पीड़ितों की संख्या 3 करोड़ से अधिक है। हालाकिं वास्तविक संख्या इससे कही अधिक है। मौजूदा विकल्पों की मदद से दमा पीड़ित सामान्य जीवन जी सकते है, पर कई भ्रांतियां अब भी पीछा कर रही है। दमा की क्या सही जाँच व् उपचार आये जानते है,

दमा के सम्बन्ध में खतरे की बात यह है कि India में ज्यादातर दमा रोगी या तो इलाज नही करवाते या फिर उनका दमा control में नही है। पिछले एक दशक में बच्चों व् गर्भवती महिलाओं में भी इसके मामले बढ़े है। अच्छा और किफायती इलाज होने के बाद भी जागरूकता की कमी व् उपचार में लापरवाही बरतने के कारण इसके रोगियों की स्थिति serious हो जाती है।

सामान्य शब्दों में दमा से आशय सांस लेनी की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न होना है। allergy के कारण फेफड़ों तक हवा पहुँचाने वाली नली में सूजन आने से सांस नली तंग हो जाती है, जिससे सांस लेने में problem होने लगती है। दमा के कारण अभी पूरी तरह स्पष्ट नही है। आमतौर पर आनुवांशिक और पर्यावरणीय कारण इसके जिम्मेदार होते है। फूलों और पेड़ों से निकलने वाला पराग,घास,शैवाल,कीट,जानवरों और परिंदों की रुसी,धुल,प्रदुषण,स्टोव और गैस हीटर से निकलने वाली gas, air blower आदि दमा allergy का कारण हो सकते है। aspirin और बीटा बलॉकर्स medicine, ठंडी हवा, अधिक tension, गुस्सा और डर आदि भी इस problem को बढ़ाते है। कई लोग इसके लक्षणों जैसे लगातार खांसी होना, सांस लेने के साथ सीटी की आवाज आना, सुबह-सुबह की खांसी, सांस उखड़ना और घरघराहट आदि को serious से नही लेते। वे खांसी की सामान्य medicine ही लेते रहते है, जिससे दमा अनियंत्रित हो जाता है।

Lifestyle को संभालना है जरूरी

दमा उभरने पर मरीज को तुरंत राहत देने के लिए ब्रॉनकोडायलेटर्स syrup/ inhaler की मदद ली जाती है। दमा के रोग में गोली लेने से बेहतर medicine को इनहेल करना होता है। इससे medicine सांस के जरिये सीधे फेफड़ो तक पहुंचती है। दूसरा, श्वास नली की सिकुड़न व् allergy को स्थायी रूप से कम करने में मदद मिलती है।

आर्युवेद में दमा cough सम्बन्धी रोग माना गया है, जिसमें सुधार के लिए सही दिनचर्या पर जोर दिया गया है। सोने व् जागने का सही समय रखना, संतुलित भोजन करना, पेट की सफाई, व्यायाम व् tension कम करना जरूरी उपाय है। आर्युवेद में दही, चावल,भिंडी, राजमा, केला और उड़द दाल को cough बढ़ाने वाला माना जाता है। दही, ice-cream आदि में परहेज के साथ तेज गंध, धूल,धुएं आदि से दूर रहना बेहतर होता है। salt therapy व् मर्म चिकित्सा भी फायदा पहुंचाती है। मर्म चिकित्सा में हाथ व् सीने के मर्म बिन्दुओ को दबाकर इलाज करते है।

दमा से जुड़े मिथक और तथ्य

मिथक: दमा के मरीजों को व्यायाम से दूर रहना चाहिए।

तथ्य: ऐसा नही है। दमा के मरीजों के लिए भी exercise जरूरी है। लेकिन exercise के दौरान श्वसन नली की चौड़ाई कम होने से उसमे रूखापन बढ़ सकता है। ऐसे में धीमा warm-up कर सकते है। दमा के मरीज walking, cycling, swimming badminton और tennis जैसे खेलों का हिस्सा बन सकते है।

मिथक: दमा अपने आप ठीक हो जाता है।

तथ्य: इस बात से आधी सच्चाई है। 2 से 10 वर्ष की आयु के दमा पीड़ित बच्चों में आधे से अधिक में बढती उम्र के साथ इसके लक्षणों में कमी आती है। वहीं दूसरा पहलू भी है। 30 वर्ष का होने पर या धुम्रपान शुरू करने पर या अन्य कई कारणों से यह बीमारी लौट सकती है।

मिथक: दमा में सांस फूलती है।

तथ्य: हर सांस फूलने की बीमारी दमा नही होती और न ही दमा में सांस फूलना जरूरी होता है। सांस फूलना इस बीमारी का एक लक्षण है, एकमात्र लक्षण नही।

मिथक: x-ray से हो जाती है दमा की जाँच

तथ्य: दमा की जाँच के लिए x-ray का कोई खास लाभ नही होता। इसके लिए फेफड़ो की कार्यक्षमता का test किया जाता है। उसी आधार पर जाँच होती है।

मिथक: inhaler तभी ले, जब दमा बहुत बढ़ जाए।

तथ्य: ऐसा नही है। फ़िलहाल inhaler दवा लेने का सबसे secure तरीका है। inhaler बहुत कम body में भेजते है। यह सामान्य तरीके से 40 गुना तक कम दवा body में भेजते है।

मिथक: गर्भवती महिलाएं inhaler न लें।

तथ्य: ऐसा नही है। inhaler से बहुत कम मात्रा में दवा body में जाती है इसलिए इससे गर्भस्थ शिशु को कोई नुकसान नही होता। हां, अगर गर्भवती महिला को कहीं दमा का attack आ जाए तो इससे शिशु को काफी नुकसान पहुंच सकता है। गर्भावस्था की शुरुआत से ही doctor से इस बारे में बात कर लेनी चाहिए।

मिथक: दमा रोगी सामान्य जीवन नही जी सकते।

तथ्य: ऐसा नही है। सौरभ गांगुली, इयान बॉथम जैसे cricketer हों या फिर अभिताभ बच्चन जैसे फ़िल्मी सितारे हों, ये सभी asthma से लड़ते हुए सामान्य लोगो से अधिक active life व्यतीत कर रहे है। ध्यान रखें दमा पूरी तरह ठीक नही होता, इसे control रखा जाता है।

मिथक: दमा संक्रामक या छूट की बीमारी है।

तथ्य: यह बीमारी न छूने से फैलती है न पीड़ित के contact में आने दे।

क्या करे, क्या नही

1-  दमा को accept करने में संकोच न करें।

2-  inhaler हमेशा पास रखें। ध्यान दें कि सही ढंग से दवा इनहेल करते है या नही।

3-  आपातस्थिति में क्या करना चाहिए, ये जानकारी doctor से लें।

4-  family में किसी को दमा रहा है तो माता को गर्भस्थ शिशु को छह माह तक दुग्धपान जरुर कराना चाहिए। मां के दूध में दमा प्रतिरोधी सुरक्षात्मक तत्व होते है।

5-  धुम्रपान न करे। नियमित श्वास सम्बन्धी exercise करें।

6-  व्यस्ततम घंटो में यात्रा करने से बचें। driving के समय कार के शीशे बंद रखें।


7-  दमा को उभारने वाले allergy के कारणों से दूर रहें। 




                                          Kidney फ़ैल या पास



Friday, December 29, 2017

निवेशको के लिए E-Insurance

E-Insurance


बीमा नियामक इरडा ने एक खास राशि से अधिक की policy के मामले में उसे electronic रूप(e-insurance) में जारी करना अनिवार्य कर दिया है। इरडा का यह नियम लागू हो गया है। life insurance policy के मामले में यदि सालाना बीमा premium न्यूनतम 10,000 रूपये या बीमित राशि(sum assured) एक लाख रूपये से है तो policy electronic रूप में ही मिलेगी। स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा सहित अन्य तरह की policy के लिए नियम जारी किये गये है। इसे दस्तावेज के मुकाबले संभालकर रखना ज्यादा आसान होगा।

Health Insurance में क्या है नियम

इरडा के नये नियम के मुताबिक health insurance policy के मामले में यदि सालाना premium न्यूनतम 10,000 रूपये या बीमित राशि न्यूनतम five lac रूपये होगी तो company e-insurance ही जारी करेगी। health insurance policy अब OPD खर्च और डे केयर सुविधा के साथ भी आने लगी है जिनका premium महंगा है। वही गंभीर बीमारियों को भी बीमा का दायरे में लाने पर premium महंगा हो जाता है। इसे देखते हुए बीमा नियामक इरडा की पहल से अधिक से अधिक policy इसके दायरे में आएँगी।

Accidental Insurance में क्या होगा दायरा

policy का सालाना premium न्यूनतम पांच हजार रूपये या बीमित राशि न्यूनतम 10 लाख रूपये है तो बीमा company उसके लिए e-insurance ही जारी करेंगी। premium राशि पांच हजार होने से accidental insurance के तहत बड़ी संख्या में policy e-insurance के दायरे में आ जाएंगी। घरेलू यात्रा बीमा policy के मामले में भी यही नियम लागू होगा।

Motor Insurance में E-Insurance जरूरी

इरडा ने motor insurance के लिए किसी भी राशि की policy को e-insurance रूप में जारी करना अनिवार्य कर दिया है। विदेश यात्रा insurance policy के लिए यही नियम मान्य होगा। साथ ही आपदा से प्रभावित होने की सम्भावना वाले क्षेत्रो में सभी तरह की policy company के लिए e-insurance रूप में जारी करना अनिवार्य कर दिया गया है। वही life insurance के मामले में term policy है तो 10 लाख रूपये बीमित राशि होने पर उसका e-insurance ही जारी होगा।

कैसे मिलेगी Policy

insurance company policy को PDF रूप में बनाकर आपके e-mail पर भेज देंगी। यदि आपने पहले से बीमा खाता (शेयर की तरह डीमैट खाता) खुलवा रखा है तो digital signature के लिए उसका इस्तेमाल किया जायेगा आपके पास बीमा खाता नही है तो बीमा company e-insurance के साथ दस्तावेज के रूप में भी policy भेजेगी। लेकिन बीमा खाता होने पर policy e-insurance के रूप में ही मिलेगी।

क्या है बीमा खाता

कई insurance policy को एक खाते में संभालकर रखने की सुविधा बीमा खाता है। इसमे policy को share की तरह demat (electronic) रूप में संभालकर रखा जा सकता है। इससे policy के खो जाने या चोरी हो जाने या प्राकृतिक आपदा में ख़राब हो जाने का डर नही होता है। क्लेम के समय भी आसानी होगी। इरडा ने इसके लिए कुछ repository को मंजूरी दी है जो policy को demat के रूप में रखेंगी। आप सीधे repository से या अपनी बीमा company से बीमा खाता खोलने के लिए contact कर सकते है।

Online Policy खरीदना भी आसान

इरडा ने online बीमा policy खरीदने वाले उपभोक्ता की सुविधा को देखते हुए company को आदेश दिया है कि वह उनके लिए policy का proposal form भी online उपलब्ध कराएँ। बीमा विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ बड़ी राशि वाली policy अभी भी इस नियम के तहत जारी की है लेकिन वैसे मामले में भी बीमाधारक को signature दस्तावेज पर करना पड़ता है। इरडा ने इसे देखते हुए नियमो में कुछ बदलाव किया है जिसके तहत यदि बीमाधारक के पास पहले से बीमा खाता है तो उसे कागजी दस्तावेज पर signature करने की जरूरत नही होगी और उसका signature बीमा खाता से ले लिया जायेंगा। वही बीमा खाता नही होने पर उसे digital signature देना होगा और इसके लिए बीमा company को इसकी सत्यता की जाँच(verification) के लिए one time password (OTP) की सुविधा देनी होगी। साथ ही बीमा company को e-insurance number मुहैया कराना होगा जिससे उसे सम्बंधित repository के बीमा खाता में भेजा जा सके।

E-Commerce पर भी मिलेगा बीमा

इरडा ने e-commerce पर भी policy बेचने के लिए मसौदा जारी किया है। इसका मकसद अधिक अधिक से अधिक लोगो को बीमा कवर के दायरे में लाना और अन्य वित्तीय products की तरह बीमा को भी online लोकप्रिय बनाना है। कई study में यह पाया गया है कि online खरीददारी में सबसे अधिक हिस्सेदारी युवाओं की है। ऐसे में इरडा का इरादा युवाओं के बीच बीमा को सबसे पहले काम आने वाले वित्तीय products में है जिसे नजरअंदाज नही करना चाहिए।

बीमा पर Tax का भी लाभ

life और health insurance policy पर tax छूट फायदा भी मिलता है। आयकर नियमो के मुताबिक life insurance policy के premium भुगतान पर सालाना 1.5 lac रूपये तक की tax छूट हासिल कर सकते है। वही health insurance policy के मामले में tax छूट सीमा सामान्यत: 25,000 रूपये और senior नागरिकों के लिए 30,000 रूपये है।







  

Thursday, December 28, 2017

Why Not Happy (सुखी क्यों नही)



एक महात्मा किसी गाँव में पहुंचे। गाँव के लोग प्रार्थना करने लगे, ’ कृपया हमें दुखों से मुक्ति दिलाएं। जब तक हमारी इच्छाएं पूरी नही होगी, तब तक हम खुश नही होगे। महात्मा ने उनकी बातें ध्यान से सुनीं और बोले,’ कल गाँव में एक चमत्कार होगा। आप सब अपनी सभी problem को एक काल्पनिक थैले में लाना और नदी के पार उसे खाली कर देना। वापसी में उसी थैले में अपनी सभी इच्छाओं को भरकर घर ले आना। आपकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाएँगी।

गाँव वालो को इस बात पर विश्वास नही हुआ। पर सोचा बात अगर झूठी भी हुई तो उनका कोई नुकसान नही होगा। अगले दिन सबने अपने दुखो को एक काल्पनिक झोले में भरा और नदी पार खाली कर दिया। वापसी में सोना, कार, घर, गहने, हीरे आदि अपनी इच्छाओं को थैले में भर लिया। इच्छाएं, जिनके बारे में वे सोचते थे कि उन्हें खुशियाँ दे सकती है। जब वे घर वापस आये तो हैरान हो गये। महात्मा की बात सच हो गयी। जिसने जो माँगा, वो मिल गया।


गाँव वालों की ख़ुशी की सीमा नही रही। पर यह ख़ुशी ज्यादा देर तक नही रही। जल्द ही सबने एक दूसरे से तुलना करनी शुरू कर दी। हर किसी को लगता कि उनका पड़ोसी अधिक खुश और अमीर है। वे दुखी रहने लगे। मैंने घर ही क्यों माँगा, उसकी तरह महल क्यों नही? मैंने सोने की सामान्य चैन क्यों मांगी, हीरे-मोती जड़ा हार क्यों नही? कितना अच्छा मौका था, यूँ ही गवां दिया। वे बार-बार यही सोचने लगे। एक बार फिर वे महात्मा के पास गये और दुखो से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना करने लगे। महात्मा ने इतना ही कहा,’ अपनी खुशियों को problem से मत जोड़ो। दुःख सबके जीवन में है, उन्ही के साथ खुश रहने का प्रयास करो।‘ 



                                     Will Not Be Late (देर न हो जाएँ)



Monday, December 25, 2017

Will Not Be Late (देर न हो जाएँ)


बहुत सारे बहाने और सही समय का इंतजार... हममें से बहुतों की life इन्ही दो के सहारे बीत रही है। न दिशा का पता है और न ही मंजिल का, हम बस चल रहे है। अनजान बने हुए भीड़ के पीछे- पीछे। और जब तक ये जान पाते है कि कितना कुछ छूट गया है, तब तक देर हो चुकी होती है।
सोते हुए सपने तो देखे जा सकते है, पर उन्हें पूरा करने के लिए जागना पड़ता है। थोड़ी देर और सोते रहने का सुख हमें समय पर जागने नही देता। हमारी कई इच्छाएं पूरी नही होती और आधे- अधूरे कामों की list बढती जाती है। सही समय पर फैसलों में देरी का असर हर क्षेत्र में देखा जा सकता है। कभी रिश्ते बिखर जाते है तो कभी सेहत, तो कभी आर्थिक हालात।

motivational speaker एंथोनी रॉबिन्स ‘awaken the joint within’ में कहते है,’क्या जरूरी है,  कहां focus करना और और मंजिल तक पहुचने के लिए क्या करना होगा, ये तीन फैसले हमारी life को बनाते या बिगाड़ते है। success और unsuccess के बीच ये अंतर ये फैसले ही पैदा करते है।‘

Value System को बदलना

एक बार पीछे मुड़कर देखे। पायेंगे कि कितनी ही परेशानियों को अच्छे फैसलों से टाला जा सकता था। spiritual व् motivational गुरु स्वामी सुखबोधानन्द फैसलों की सजगता को ‘value system’ से जोड़ते है कि life में कुछ तय नही किया जा सकता। आप बस परिस्थितियों के प्रवाह में बहते जाने को मजबूर है तो आप कभी भी अपनी स्थितियों को बदल नही सकते।‘

एक student के लिए जरूरी है कि वह दोस्तों और social media से ज्यादा study को महत्व दे। रिश्ते बेहतर बनाने है तो सहयोग, बडप्पन, करुणा और ईमानदारी जैसे मूल्यों को अपनाएँ। मियामी में माइंडसेट कोच जेनिफर एलिस का मानना है कि गलत दिशा में जितना भी आगे बढ़ जाए, वापसी के लिए कभी देर नही होती। कई बार अपने सपनों की दिशा में छोटा सा कदम बढ़ाना वापस हमें उस life की ओर ले आता है, जो हम चाहते है।

नियाग्रा सिंड्रोम के शिकार!

एक व्यक्ति नदी में नाव पर बैठा था। उसने नाव को प्रवाह के साथ बहने के लिए छोड़ दिया। आँख बंद किये बैठा व्यक्ति खुश था कि उसे अपनी energy खर्च नही करनी पड़ रही है। थोड़ी दूर पर नाव की गति तेज हो गयी। व्यक्ति ओर खुश हो गया। उसे लगा कि यात्रा जल्दी पूरी हो जाएगी। थोड़ी देर बाद लहरों से आवाज आने लगी। व्यक्ति को लगा कि वह संगीत सुन रहा है। अचानक नाव लड़खड़ाते हुए नीचे की ओर फिसलने लगी। तब व्यक्ति ने नाव को संभालने की कोशिश की, पर सब व्यर्थ रहा। आलस व लापरवाही भरी यह सोच नियाग्रा सिंड्रोम कहलाती है। बिना मंजिल जाने और योजना बनाये खुद को प्रवाह के भरोसे छोड़ देना नुकसान ही करता है।







Sunday, December 24, 2017

Current Gk January 2018 Part-2


11 December

1-  11 December, 1941 को जर्मनी-इटली द्वारा अमेरिका के खिलाफ युद्ध के ऐलान के बाद अमेरिका ने दोनों के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी थी

2-  अमेरिकी शहर कंसास में नस्लीय गोलीबारी के दौरान एक भारतीय को बचाते वक्त जख्मी हुए 24 वर्षीय अमेरिकी नागरिक इयान ग्रिलोट को टाइम मैगज़ीन ने सम्मानित किया है।

3-  वरिष्ठ IAS अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला ने सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन company air india के chairman एवं managing director (CMD) का पद भार संभाल लिया।

4-  द्धितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति के बाद 11 December, 1946 को यूनिसेफ की स्थापना हुई थी।

5-  जापान में जारी एशियन एयरगन शूटिंग championship में भारत के जीतू राय और हिना सिद्धू ने 10 मीटर की व्यक्तिगत स्पर्धा में पुरुष और महिला वर्ग में कांस्य पदक मिला है।

12 December

1-  विंडीज के बल्लेबाज क्रिस गेल ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग के मैच में रंगपुर राइडर्स की ओर से खेलते हुए 18 छक्के लगाकर टी-20 क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने का अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया

2-  हैदराबाद का काचीगुडा रेलवे स्टेशन भारत का पहला उर्जा दक्ष ‘A1 श्रेणी’ रेलवे स्टेशन बन गया है।

3-  अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को शरणार्थियों की शिक्षा, खाना और आश्रय में मदद से जुड़े काम करने के लिए ‘मदर टेरेसा मेमोरियल अवार्ड फॉर सोशल जस्टिस’ से सम्मानित किया गया है।

4-  अभिनेता रजनीकांत का जन्म 12 December, 1950 को मैसूर में जन्मे का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है।

5-  12 December 1911 को ‘दिल्ली दरबार’ में ब्रिटिश महाराजा जॉर्ज- पंचम ने भारत की राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली ले जाने का ऐलान किया था।

13 December

1-  भारतीय team के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने वनडे क्रिकेट में 3 दोहरे शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गये है।

2-  13 December, 1962 को नासा ने दुनिया का पहला एक्टिव रिपीटर संचार उपग्रह ‘रिले-1’ launch किया था।

3-  13 December, 2003 को अमेरिकी सेना ने ‘ऑपरेशन रेड डॉन’ के तहत पूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को पकड़ा था।

14 December

1-  57 साल पहले, 14 December, 1960 को पहली बार कोई अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच ट्राई पर खत्म हुआ था।

2-  14 December, 1962 को मैरीनर-2 अंतरिक्षयान पृथ्वी के अलावा किसी दुसरे ग्रह (शुक्र) के पास पहुंचना वाला पहला अंतरिक्षयान बना था।

3-  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में निर्मित स्कॉपिन श्रेणी की पहली पनडुब्बी आईएनएस कलवरी को राष्ट्र को समर्पित किया।

4-  लखनऊ के रहने वाले जितेश सिंह देव ने पीटर इंग्लैंड मिस्टर इंडिया 2017 का ख़िताब जीत लिया।

5-  भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) हुए चुनाव में अंतर्राष्ट्रीय हॉकी परिषद (FIH) के प्रमुख नरिंदर बन्ना अध्यक्ष और राजीव मेहता दूसरी बार महासचिव के रूप में निर्वाचित हुए।

6-  यूरोपीय देश नार्वें FM चैनल का प्रसारण बंद करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।

15 December

1-  टेक company google ने अपने मैप्स एप्स का लाइट वर्जन ‘google maps go’ play store पर launch कर दिया है जो विशेष तौर पर एंड्राइड ‘ओरियो गो’ edition के लिए बनाया गया है

2-  केन्द्रीय कैबिनेट ने एक बार तीन तलाक को गैर-जमानती अपराध घोषित करने वाला मुस्लिम महिला (विवाह अधिकारों का संरक्षण) बिल पारित कर दिया।

3-  अमेरिका ने लन्दन (ब्रिटेन) में अपने दूतावास की नई building का लोकार्पण किया है जिसे दुनिया का सबसे महंगा दूतावास माना जा रहा है।

4-  15 December को अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस मनाने की शुरुआत भारत, नेपाल, तंजानिया जैसे प्रमुख चाय उत्पादक देशों ने 2005 में की थी।

5-  15 December 2001 को 11 वर्षो के बाद पीसा की झुकी हुई मीनार (इटली) को जनता के लिए दोबारा खोला गया था।

6-  ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी ने ‘youthquake’ को 2017 का वर्ड ऑफ़ द इयर चुना है।

7-  करीब 10,119 फीट के एक नूडल से लम्बाई के मामले में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।

16 December

1-  भारत ने जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) में शुरू हुई कॉमनवेल्थ कुश्ती championship के पहले दिन ग्रीको स्टाइल स्पर्धा के सभी 10 भार वर्गों के स्वर्ण और रजत पदकों पर कब्जा जमाया है

2-  औपचारिक तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने वाले राहुल गाँधी पार्टी के 49वें अध्यक्ष है।

3-  स्टीव स्मिथ 24 वर्षो में ऐशेज़ सीरिज में दोहरा शतक लगाने वाले पहले आस्ट्रेलियाई कप्तान बन गये है।

4-  आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बेलिंडा क्लार्क 16 December, 1997 को अंतर्राष्ट्रीय वनडे इतिहास में दोहरा शतक लगाने वाली पहली खिलाड़ी बनी थी।

5-  16 December, 1971 को मुक्ति संघर्ष और भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश आजाद देश बना था।

17 December

1-  दूरसंचार company वोडाफोन इंडिया ने आईडिया सेल्युलर के साथ विलय से पहले मनीष डावर को अपना मुख्य वितीय अधिकारी(CFO) नियुक्त किया है वे company का CFO बनने वाले पहले भारतीय है

2-  फ़्रांसीसी नाविक फ्रैंकोइस गाबार्ट ने अकेले नौकायन करते हुए बिना रुके दुनिया का सबसे तेज चक्कर लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

3-  भारतीय पहलवान सुशील कुमार ने जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) में जारी कॉमनवेल्थ कुश्ती championship में स्वर्ण पदक जीता।

18 December

1-  ओलम्पिक में पदक जीतने वाली पहली कुश्ती भारतीय महिला पहलवान साक्षी मालिक ने कॉमनवेल्थ कुश्ती championship में स्वर्ण पदक जीत लिया है।

19 December

1-  भारत में apple के प्रमुख संजय कौल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

2-  19 December, 1927 को ब्रिटिश हुकुमत ने काकोरी कांड में शामिल क्रांतिकारियों रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकुल्लाह खां और ठाकुर रोशन सिंह को फांसी पर चढ़ाया था।

3-  पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने 19 December, 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में अपना 50वां टेस्ट शतक लगाया था।

4-  19 December, 1961 को भारतीय सेना ने operation विजय के तहत गोवा तथा दीव और दमन को 450 वर्षो के पुर्तगाली आधिपत्य से आजाद कराया था।

5-  जर्मनी में आयोजित हुए पांचवे अंतर्राष्ट्रीय स्वेन लांज मेमोरियल टूर्नामेंट में भारतीय जूनियर मुक्केबाजों का प्रतिनिधिमंडल 6 स्वर्ण, 4 रजत और एक कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में पहले स्थान पर रहा।

20 December

1-  केंद्र सरकार ने 66 वर्षीय जस्टिस यू.डी.साल्वी को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया।

2-  20 December, 1988 को संसद के उपरी सदन राज्यसभा ने ‘संविधान (61वां) अधिनिय’ पास किया था।

3-  फ़्रांस की संसद ने 2040 तक देश के भीतर और विदेशी क्षेत्रों में तेल और प्राकृतिक gas की खोज और उत्पादन पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए कानून पास कर दिया है और इसे दुनिया का अपने किस्म का पहला प्रतिबन्ध बताया है।

4-  भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल 2017 में अंतर्राष्ट्रीय टी-20 cricket में सर्वाधिक wicket लेने वाले गेंदबाज बन गये है।