Monday, July 9, 2018

Health Professional को इलाज की जरूरत

Health Professionals need treatment
अतिव्यस्तता व् घंटो चारदिवारी के भीतर रहना health professionals को बीमार कर रहा है। एक study के आनुसार करीब 80% में vitamin-d की कमी है।

Body को बेहतर तरीके से चलाने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है vitamin-d, इसकी कमी bones की सेहत को प्रभावित करती है। जब हम धूप में जाते है तो हमारा body vitamin-d अपने आप बना लेता है। इतना ही नही vitamin-d bones के साथ मांशपेशियों, दिमाग, फेफड़ो की कार्यप्रणाली को भी ठीक करता है। Research के अनुसार 69% भारतीयों में vitamin-d की कमी है।

health professional में vitamin-d का study किया गया, जिसमें 18 शहरों के 2119 medical और पैरा-मेडिकल पेशेवरों को शामिल किया गया था। इनमें ऐंडोक्राइनोलॉजी के education program में भाग ले रहे चिकित्सक व् health professional शामिल थे। December 2010 से मार्च 2011 के बीच रक्त के नमूने लिए गये। इस जाँच में पाया गया कि 79% vitamin-d की कमी है, 15% में यह border line पर है। केवल 6% में ही उचित मात्रा देखने को मिली। इन नतीजों से साफ़ है कि इस देश में health दिखने वाले मध्य उम्र के health care professionals hospital की चारदीवारी के अंदर ही काम करते है, जहां ना के बराबर धूप आती है। ऐसे में नियमित जांच जरूरी है।

भारतीय उपमहाद्वीप में पूरे साल धूप रहती है, इसके बावजूद बड़े स्तर पर लोग vitamin-d की कमी से जूझ रहे है। स्किन पिग्मेंटेशन, पारम्परिक कपड़े पहनना, vitamin-d का फोर्टीफिकेशन ना होना और वायु प्रदुषण इसके प्रमुख कारण हो सकते है। vitamin-d की कमी blood की जांच से पता लगाई जा सकती है। बुरा कोलेस्ट्राल कम करने और अच्छा कोलेस्ट्राल बढ़ाने में भी इससे मदद मिलती है।

दूर करें Vitamin-D की कमी

1-  सुबह आधा घंटा sunscreen के धूप में बिताएं।

2-  हर रोज सूर्य नमस्कार करें।

3-  सामन, बांगरा, हिलसा और टूना आदि मोटी मछलियाँ vitamin-d का अच्छा स्रोत है। इसके अलावा मछली का तेल, अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड अनाज को diet में शामिल करें।

4-  कमी अधिक होने पर medicine भी ली जा सकती हैं।





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