Friday, October 27, 2017

Bad Habits जो नही रहने देती Happy

bad habits

होते है कुछ लोग जिन्हें लगता है कि life में ख़ुशी है ही नही। बेचैनी रहता है कि सब जल्दी से ठीक हो जाए, पर घबराहट में कुछ ऐसा कर बैठते है जो उन्हें ख़ुशी से दूर ले जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो जाने कौन सी बाते है जो दुःख का कारण हो सकती है।

Time व्यर्थ करना

घंटो tv देखना, video games खेलने, social sites खंगालते रहने में भले ही आपको उपलब्धि महसूस होती हो, पर इसमे time भी नष्ट होता है। कौन friends क्या पहन और खा रहा है ये देखते रहना, tv के सामने बैठे-बैठे खाना और फिर वही सो जाना, घंटो phone पर चुगली व् gossip करते रहना आदि काम आपके जरूरी समय को बेकार में जाया कर देते है।

खराब का Attraction

positive चीजो या बातो से भागना, सही पक्ष को देखने की कोशिश न करना। केवल कमियां देखना, गुण नही। हर सुझाव, सलाह और कार्य में खराबी देखना, अपने अभावो और बुरी बातो के लिए खुद को कोसते रहना। ऐसी बातो की लम्बी list है, जो आपको आगे बढने से रोक देती है।

तुरंत आपा खोना

बार-बार क्रोध करने की habit केवल दूसरो को नही आपको भी दुखी करती है। पर आप है कि उसे अपना हथियार मान लेते है। दूसरो की सुने बिना अपनी ही अपनी कहते रहते है। जो मन में आया बोल दिया। दूसरो की उपेक्षा और उन्हें नीचा दिखाने में जीत का अनुभव अंततः आपको सबसे दूर कर देता है।

खुद को प्यार न करना

दूसरो में ही नही, खुद में भी बस कमियां देखना। शीशे में अपना चेहरा देखकर दुखी रहना। खुद पर believe न करना। इतने उंचे मानक बना लेना कि काम को 100% success न मिलने पर उसे अपनी हार मान लेना। याद रखे कि खुद को गलतियाँ करने की छूट न देना कुछ नया नही सीखने देता।

Complain करना

बीते समय में किसी ने आपके साथ क्या बुरा क्या, खुद को उसे भूलने न देना। दुसरे को माफ़ करने जैसी बातों के बारे में सोचना तक नही, हर बात को अपने उपर कटाक्ष मानकर दुखी होना, प्रतिशोध में जलते रहना।

जिम्मेदारी से भागना

दूसरो के सहारे अपने काम सिद्द करना, झूठ बोलना, दूसरो को धोखा देना। केवल अपना फायदा ही सोचना। अपने life की जिम्मेदारी न लेना। अपनी गलतियों से कोई सबक सीखने की कोशिश न करना। हर चीज से बस बचकर निकलना और इस बात का इंतजार करना कि कोई और आपको ख़ुशी देगा, व्यर्थ की कल्पना है।

अकेले रहना

कही आपका अहं आपको दूसरो से जुड़ने से रोक तो नही रहा। किसी से असहमति होने पर यदि आप उससे हमेशा के लिए छोड़ देते है तो यह अकेलेपन की ओर ही ले जायेगा। नये लोगो से न मिलना और कुछ नही अपने support system को कम करना है।


अंत में, यदि आप वाकई दुखी होना नही चाहते तो उपर लिखी बातो से बचे, क्योकि हम दो बातो से ही सीखते है- एक क्या और कैसे करना है और दूसरा क्या नही करना है।









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