Saturday, June 9, 2018

Sitting for Long Harm on Health

Sitting for Long Harm on Health
ज्यादा देर तक बैठने से Health पर नुकसान


कई लोग है, जिनका 90 से 95% समय बैठे हुए बीतता है। लगातार घंटो बैठकर काम करने की मजबूरी हमें कई तरह के रोग दे रही है। हालाँकि इस नुकसान को कम किया जा सकता है।

कामकाजी आबादी के एक बड़े वर्ग का पूरा दिन meeting में, phone करने या सुनने में, computer पर e-mail लिखने में और office में बैठकर काम करने में निकल जाता है। घर पहुंचकर भी सोने से पहले तक हम phone या tv के सामने बैठे रह जाते है। कुल मिलाकर दृश्य ऐसा बनता है- रात के 8 घंटे हम सोने में, 2 घंटे खड़े रहने या एक जगह से दूसरी जगह जाने में, करीब आधा घंटा कसरत में और बाकी बचे 13 घंटे केवल बैठे रहने में बिताते है।

इस तरह दिनभर में हम अपना ज्यादातर समय बैठे रहने में बिता देते है। सर्कुलेशन: journal of the american heart association में छपे 8,800 लोगों पर किये गये एक research के अनुसार हर 60 minute देखा गया tv आपको cancer तथा heart सम्बन्धी रोगों की ओर धकेलता है और असमय मृत्यु की आशंका को बढ़ा देता है।

कई research बतातें है कि केवल बैठे रहने से आप न जाने कितने रोगों को न्योता दे रहे है। यही नही, उन लोगो को भी अपने बैठने के समय पर अवश्य ध्यान देना चाहिए, जो नियमित व्यायाम करते है और 8 घंटे की नींद लेते है।

ज्यादा बैठे रहने से सबसे पहले मोटापे की आशंका बढ़ती है, जो cholesterol बढ़ाता है। नतीजन heart रोगों की आशंका बढ़ जाती है। body में हानिकारक LDL cholesterol का बढ़ना stroke का खतरा बढ़ाता है। सुस्त lifestyle के कारण lifestyle से जुड़े कई रोग कम उम्र में ही लोगो को अपना शिकार बना रहे है। टाइप-2 diabetes के मामलों का बढ़ना इसका उदाहरण है। बंद कमरों में बैठे रहने से बच्चों और युवाओं में हो रही vitamin-d की कमी उनमें थकान व् bones की कमजोरी उत्पन्न कर रही है। लगातार बैठे रहने से कमर के निचले हिस्से की मांशपेशियों में थकान बढ़ती है, टेल बोन में दर्द हो जाता है और हल्की swelling आ जाती है। स्लिप डेस्क की आशंका भी बढ़ती है।

Body के अंगो पर पड़ने वाला असर

Heart: heart का काम है body में साफ़ blood पहुंचाना, पर लगातार बैठे रहने से blood का प्रवाह धीमा हो जाता है। इसके कारण जमा हुआ fat इस्तेमाल नही हो पाता और धमनियों में जमने लगता है। यही body में heart रोगों की आशंका बढ़ा देता है। research में पता चला है कि जो महिलायें 10 या उससे अधिक घंटे बैठी रहती है, उन्हें heart रोगों का खतरा अधिक होता है।

Cancer: आवश्यकता से अधिक बैठे रहेगे तो कोलोन, ब्रेस्ट और एंड्रोमेट्रीयल cancer का खतरा बढ़ जाता है। इसका कारण स्पष्ट नही है, पर शायद insulin के बढ़ने से कोशिकाएं बढ़ती है। अनियंत्रित गति से कोशिकाओं का बढ़ना cancer की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। यह भी माना जाता है कि body को लगातार हरकत में रखने से anti-oxidant में बढ़ोत्तरी होती है, जो cancer पैदा करने वाली जड़ो को बढ़ने नही देते। बैठे रहने पर ये anti-oxidant बन ही नही पाते। research के अनुसार बैठे रहने से लंग cancer का खतरा 54%, गर्भाशय cancer का खतरा 66% और कोलोन cancer का खतरा 30% तक बढ़ जाता है। WHO  की report के अनुसार ब्रेस्ट और कोलोन cancer के एक तिहाई मामलों में लगातार घंटो बैठे रहना प्रमुख वजह है।

पैनक्रियाज: यानी (अग्नाशय) कहते है कि यदि आप एक दिन भी जरूरत से ज्यादा बैठ ले तो इसका असर सीधा आपकी पाचक ग्रंथि पर दिखने लगता है और यह ज्यादा insulin बनाने लगती है। इसी बढ़ी हुई insulin से diabetes होने का खतरा भी बढ़ जाता है। research में पता चलता है कि कम बैठने वाले लोगों के मुकाबले ज्यादा बैठने वाले लोगों को diabetes होने का खतरा अधिक होता है। अगर आप रोजाना 8 घंटे से ज्यादा बैठ रहे है तो टाइप-2 diabetes होने का खतरा 90% तक बढ़ जाता है।

दिमाग पर असर

ज्यादा बैठे रहने से आपका दिमाग धीमी गति से काम करता है। बैठे रहने से blood का प्रवाह भी कम होता है, जिससे दिमाग तक ताजा खून और oxygen कम पहुंच पाती है। इसका असर एकाग्रता और मूड पर पड़ता है।

पाचन शक्ति

खाना खाने के बाद बैठने से पेट में पहुंचे खाने की तह लग जाती है, जिससे पाचन शक्ति धीमी हो जाती है। इस धीमी प्रक्रिया से पेट फूलने, जलन और कब्ज होने की आशंका बढ़ जाती है।

बैठने के तरीके से होने वाली तकलीफ

1-  गर्दन और कंधो में तनाव

computer पर काम के समय अपने सिर और गर्दन को आगे की ओर करके बैठना या phone को कान से लगाकर गर्दन झुकाकर रखना body पर पड़ता है। ऐसे लोगों में गर्दन और कंधो में तनाव तथा कमर दर्द की problem बढ़ जाती है। स्पान्डिलाइटिस की तकलीफ भी हो सकती है।

2-  रीढ़ की हड्डी में Problem

खड़े रहने से अधिक बैठना रीढ़ के लिए ज्यादा नुकसानदायक है। आपकी रीढ़ को सबसे ज्यादा नुकसान तब होता है, जब आप computer के सामने बैठे रहते है। हमारी रीढ़ में मौजूद डिस्क चलने से खुलती व् बंद होती है। चलने पर इनमें blood और nutrition का संचार होता है। बैठने की अवस्था में ये disc लगातार बंद रहती है। कुछ समय बाद इनका लचीलापन खत्म हो जाता है, जिससे pain होता है।

3-  मांशपेशियों का विकार

खड़े रहने पर उदर की मांशपेशियां तनी रहती है और body के लिए ये बेहद जरूरी भी है, पर बैठे रहने पर ऐसा नही हो पाता। इससे उदर कमजोर हो जाता है। यही नही, ज्यादा देर बैठे रहने से कूल्हों की मांशपेशियों को भी फैलने का मौका कम मिलता है, जिससे वो सख्त हो जाती है और तकलीफ देने लगती है।

4-  टांगो की तकलीफ

अधिक बैठने से टांगो में blood का संचार कम हो जाता है, जिससे पैरो के निचले हिस्से में swelling, वैरिकोस वेन व् DVT (blood के थक्के बनने की बीमारी) की problem हो सकती है। मजबूत bones के लिए भी चलना, दौड़ना व् वजन उठाना जरूरी है।

खड़े होने के लिए तैयार

विशेषज्ञ कहते है कि दिन में जितने ज्यादा घंटे आप बैठेंगे, उतने घंटे आपके life में से कम हो जायेगे। ऐसे में विभिन्न research के अनुसार इस नुकसान को कम करने के लिए बेहद जरूरी है कि नियमित व्यायाम करना। हर रोज 60 minute तक व्यायाम करना body की activity को बढ़ाता है। अगर आपको लगता है कि आपका अधिकतर समय बैठे हुए बीतता है तो अभी से active हो जाने की जरूरत है।






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