अक्सर Start-Up company HRD के प्राथमिक
उद्देश्यों को अपने आप आसानी से और जोश के साथ पूरा कर लेती है। कई start-up
company के प्रमुखों को यह लगता है कि HR
function में औपचारिक रूप से निवेश करने की कोई जरूरत नही है।
वास्तव में उन्हें HRD शब्द बेमतलब का प्रतीत होता
है।
हालाकि success start-up company ने यह
साबित किया है कि बुनियादी analysis में lok
management में बहुत अहम है और HR मन्त्र प्रभावकारी। वास्तव में HR important रखता है और start-up company तथा उनके
प्रमुखों को HR management के निश्चित golden
principals का अनुसरण करने की सलाह दी जानी चाहिए।
सही लोगो को Hire करे
आप जिन्हें hire करना चाहते है, उन्हें firm में एक दिन बिताने के लिए
आमंत्रित कीजिये और उस आधार पर उनकी जार्च कीजिये। जो person संस्थापक के सपने को अपना सपना समझता है और कदम से कदम मिलाकर चलने और
संस्थान को brand value के साथ आगे बढ़ाने का तैयार
रहता है, वह स्पष्ट रूप से फर्क पैदा करने वाला होता
है। बेहतरीन प्रतिभाये बेहतरीन प्रतिभाओ को चुनती है। स्पष्ट चयन मानको का
परिभाषित करते है। एक औपचारिक HR विभाग के आभाव में
सही उम्मीदवारों की पहचान में मदद लेने के लिए हर कर्मचारी को recruiter बनने के लिए प्रोत्साहित करे। सबको recruit करने की जल्दी न करे। विभिन्न संसाधन model को भी देखे, जैसे-part time,
secondment,sub-contacting, Entrepreneur on
time share.
Performance को पुरस्कृत करे
start-up
‘performance management’ शब्द से घृणा करते है, फिर भी हर employee के लिए स्पष्ट job
objective और target निधारित
करने की आवश्यकता से किनारा न करे। जब आप employee के लिए वेतन व् incentive package तैयार
करे तो उसे पूरी समग्रता के साथ करे। वह fixed, variable और दीर्घकालीन incentive पर आधारित हो। एक company के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के मुताबिक, competition भावना को बनाये रखना और company को आगे
बढ़ाते रहना बहुत अहम है। आख़िरकार कोई start-up एक
व्यवसायिक इकाई है, न कि कोई country club.
निष्पक्ष बने
जब पुरस्कृत करने या लाभ बाटने की बारी आये तो उसमे बचत न
करे। market में ऐसी कई कडवी कहानिया सुनने को मिल जाती है कि किस तरह उन कर्मचारियों
को, जिन्होंने कड़ी मेहनत की थी, जब लाभ देने की बारी आई तो उपेक्षित कर दिया गया। इस तरह की story बड़ी तेजी से फैलती है। ऐसी story start-up की कड़ी मेहनत से अर्जित की गई साख को काफी नुकसान पहुचाती है।
Development
वे आपके यहा विकास, अपने अनुभव के portfolio को बेहतर करने के लिए आते है। उन्हें अवसर दे,उनकी
योग्यता अंतरालो पर ध्यान दे, उन्हें सीखने और विकास
करने के अवसर प्रदान करे। high- capacity वाले
कर्मचारियों को अदल-बदल कर विभिन्न भूमिकाये देने से उन्हें संस्थान के स्वरूप के
बारे में एक सम्पूर्ण idea मिलेगा और उनके experience में वृद्दि होगी।
नेतृत्व करने वालो की भी विकास से जुडी आवश्यकता होती है।
बहुत सारे संस्थापक CEO,
start-up के प्रबंधक, जो आसान funding के साथ अपने दम पर उपक्रम खड़ा करने का साहस करते है, उन्हें भी अच्छे प्रशिक्षण जरूरत होती है।
Communicate करे, Connect करे और celebrate करे
जब आप तेज गति से विकास कर रहे है, तब
यह काफी अहम तत्व होता है। communicate करने के
लिए रोमांचक और incentive तरीको की पहल करना
चाहिए। उदाहरण के लिए, सहयोग से design किये गये content के साथ radio
channel, CEO की सलाह से आयोजित award
nights आदि। अपने vision को
अक्सर अपने कर्मचारियों से साझा करना चाहिए। उनके साथ ईमानदारी से अपनी success को साझा कीजिये, चुनोतियो और कड़े फैसलों की
तार्किकता के बारे में बात कीजिये। संस्थापको को HR से जुड़े मुद्दों को संबोधित करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
सबकी भूमिका स्पष्ट हो
किसी पद पर बैठा person क्या वही
काम कर रहा है, जो उस पद के लिए निधारित है?
example के लिए मुख्य अधिकारी क्या वह काम कर रहा है, जिससे संस्थान में उल्लास और सौहार्द का वातावरण उत्पन्न हो? साथ ही, हर employee के सामने यह स्पष्ट होना चाहिए कि उसे किस लक्ष्य को हासिल करना है। कई start-up द्वारा बेहतरीन प्रतिभाओ को भर्ती करने की हडबडी का नतीजा देखने को मिलता
है कि भूमिकाओ की overlapping होने लगती है, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है। भूमिकाओ की स्पष्टा की कमी से
ज्यादा निराशाजनक कुछ भी नही होता। याद रखे, यह काम के
रोमांच का आकर्षण ही था, जिसकी वजह से प्रतिभाशाली लोग
आपके start-up से जुड़े थे।
वायदों को पालन करे
employee वायदे याद रखते है। आपने जो आश्वासन दिए थे, अगर
उसका पालन नही कर सकते तो इसे ईमानदारी से कह दीजिये। लेकिन उसे भूलिए नही या उसके
प्रति एक लापरवाह या या शिष्टाचार रहित रवैया मत अपनाए।
सही संस्कृति का निर्माण करे
कठिन परिश्रम, नये तरीको से काम करने
और जोखिम उठाने की उधमी संस्कृति को बनाये रखे। संस्थान में अनुशासन के साथ समझोता
न करे। अच्छी habit को
शुरू में ही स्थापित करना सबसे बेहतर होता है। और अंत में, आप जो रणनीति बनाते है, उसे लेकर जिम्मेदार
रहे।
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