किसी
भी व्यक्ति की promotion में उसकी पेशेवर छवि बहुत मायने रखती है। इसलिए समय रहते अपनी पेशेवर छवि
पर ध्यान देना बेहद जरुर होता है। ऑफिस में कैसे निखारे अपनी छवि, आये जानते है।
एक
बड़ी corporate company में काम करने वाले अमित ने job के पहले दिन से ही
सिर्फ काम पर ध्यान दिया। वह समय से office पहुंचता, अपने हिस्से का काम पूरी ईमानदारी से करता और शाम को घर वापस चला जाता। न
किसी के साथ चाय पीता और न ही किसी चर्चा में हिस्सा लेता। कुछ दिनों तक company
में उसे कोई problem नही थी। हर कोई उसके शांत
स्वभाव और मेहनतकश रवैये की कद्र करता। कभी कोई उससे help मांगता,
थोड़ा सा अतिरिक्त काम करने को कहता तो वह मना नही करता। उसका यह
रवैया सबको बड़ा अच्छा लगता। लेकिन धीरे-धीरे उससे मदद मागने वालों की संख्या बढने
लगी। इससे उसका अपना काम प्रभावित होने लगा। लिहाजा अमित ने खुद को थोड़ा बदलने की
ठानी। अब वह दूसरों का काम तभी करता, जब उसका अपना काम निबट
जाता। कोई बहुत दबाव बनाता तो अपने manager को काम लेट होने
की वजह बता देता। एक-दो बार तो उसने काफी तल्ख अंदाज में मदद करने से मना कर दिया।
अमित का यह बदला हुआ रूप उससे अक्सर अपना काम कराने वालों को पसंद नही आया। उन
लोगो ने अमित के बारे में अनाप-शनाप प्रचार करना शुरू कर दिया। manager से उसकी complain करने लगे। अमित काम में धीमा और
सुस्त है, उसका व्यवहार ख़राब है। वह काम तो कर लेता है,
लेकिन अपनी ही तरह से चलता है आदि। ये लोग manager ही नही, company के अन्य senior officer के सामने भी उसकी image बिगाड़ने में पीछे नही रहते।
वही
दूसरी ओर आकाश का काम में हाथ थोड़ा तंग था। जब देखो किसी न किसी के साथ चाय की
दुकान पर दिखता। इसकी बुराई उससे और उसकी बुराई किसी और से करने में उसे बहुत मजा
आता। काम आया नही कि किसी दुसरे की ओर ठेल दिया और जब काम गिनाने की बारी आये तो
सबसे आगे। जो लोग काम नही करें वो उसके निशाने पर। कुछ समय तक वह मन की करता रहा, लेकिन जल्द ही उसकी भी image
का बट्टा बैठ गया। दरअसल नये लोग आने के साथ ही आकाश का management
flop होने लगा।
अमित
और आकाश जैसे बहुत से लोग हमारे इर्द-गिर्द होते है। इस तरह के लोगो की तरक्की में
बड़ी बाधा बनती है ख़राब छवि। विशेषज्ञ कहते है कि office में अमित जैसे लोगों को लगता है कि वे बेहतर
काम जानते है इसलिए उन्हें किसी से बात करने की क्या जरूरत। उन्हें तो किसी से बात
करने की क्या जरूरत। उन्हें तो किसी की मदद की जरूरत पड़ती नही तो क्यों किसी के
साथ तालमेल बैठाया जाएँ। ऐसे लोग अपने कार्यस्थल में साथियों के साथ घुलने-मिलने
से बचते है। उन्हें कोई चर्चा में शामिल करने की कोशिश भी करे तो पलट कर तल्ख जवाब
देते है। ऐसे में लोग उनसे बातचीत में पहल करने में डरते है। किसी मुद्दे पर उनका
समर्थन नही करते। उनकी छवि गैरमिलनसार कर्मचारी की बनने लगती है। वही आकाश जैसे
कर्मचारी काम पर ध्यान देने के बजाय चीजें manage
करने में ही लगे रहते है। इससे धीरे-धीरे वे काम में पिछड़ते जाते
है। हालाकिं office में उनकी लोकप्रियता का graph काफी उपर होता है, लेकिन perfection के साथ काम न कर पाने, हमेशा किसी की मदद मांगने और
चुनौती न लेने की वजह से वे पिछड़ते जाते है।
विशेषज्ञों
की मुताबिक office में
ज्यादातर लोग technical रूप से दक्ष, सामाजिक
सरोकारों से जुड़े, मेहनती, अपने काम,
अपनी team और company के
प्रति समर्पित, अच्छे आचरणवाले और ईमानदार व्यक्ति की छवि
चाहते है। इस छवि की इच्छा रखने वालों की यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि office
में बेहतर छवि सिर्फ काम से ही बनती है। अगर आप काम नही जानते होगे
तो कितनी चीजें manage करे, एक न एक
दिन आपकी असलियत सामने आ ही जाएगी। हां, अगर आप काम के साथ
कुछ बातें manage करना भी जानते है तो आपकी राह आसान हो सकती
है। इसलिए office में पहली प्राथमिकता काम है। खूब काम करे
और साथ ही time निकाल कर सहकर्मियों से मेल-जोल भी बढायें।
कभी कोई रुचिकर किस्सा सुनाकर, कभी किसी celebration के बहाने तो कभी कभी किसी जरुरतमन्द की मदद कर आप लोगो के करीब आ सकते है।
इससे आपकी सकारात्मक छवि बनेगी। इसके अलावा भी कई अन्य बातें है, जो छवि निखारने में important भूमिका निभाती है-
जो
कहें वो करे, जो कर
सकें वही कहें
office में
आप क्या और कितना काम करते है, लोगो की नजरें हमेशा इस पर
बनी रहती है। आपसे काम में कोई कमी छूटी नही या किसी काम के लिए आपके मुहं से ना
निकली नही कि लोग बतंगड़ बनाये बिना नही रहेगे। इसलिए office में
हमेशा अपने काम पर focus रहें। जिस भी assignment को हाथ में ले उसे पूरी शिद्दत के साथ समय से पूरा करें। जो काम आपकी
सीमाओं में न हो उसके बारे में अपने senior से स्पष्ट कहें।
अगर किसी काम में किसी साथी कर्मचारी या senior की मदद ले
रहे है तो उसका विनम्रता से आभार व्यक्त करें। उसके काम का उसे पूरा श्रेय दें।
मददगार
बनें
एक research के मुताबिक office
में सबसे ज्यादा उन्हीं लोगो को पसंद किया जाता है, जो साथियों की मदद करने में सबसे आगे रहते है। मदद कई तरह की हो सकती है।
जैसे अगर कोई साथी कर्मचारी किसी दिन आधा घंटा पहले जाना चाहता है तो खुद से पहल
कर उस दिन उसके हिस्से का काम करके आप उसकी मदद कर सकते है। अगर आपके पास कार है
तो अपने घर के पास ही रहने वाले कलीग को जरूरत पड़ने पर उसके घर तक छोड़ सकते है,
किसी कलीग को आर्थिक मदद चाहिए, तो वह भी दे
सकते है। इससे office में आपकी स्वीकार्यता बढ़ेगी। लेकिन मदद
करते समय ढिंढोरा न पीटें यानी आपने किसी की मदद की है यह office में किसी को पता नही चलना चाहिए। यही नही, office में
जो व्यक्ति आपसे जितनी मदद के अपेक्षा करे, जैसे office
में किसी ने आपसे एक contact number मांगा तो
आप उसे एक ही नही, ज्यादा contact देने
की कोशिश करें। अगर कोई आप से 24 घंटे के भीतर कोई जानकारी मुहैया करवाने की
उम्मीद कर रहा है तो आप 12 घंटे में ही जानकारी जुटा कर दे सकते है। ये छोटे-छोटे
तरीके आपकी छवि निखारने में important योगदान दे सकते हैं।
निरंतरता
है बेहद जरूरी
कुछ
लोग कभी- कभी ही व्यवहार से लेकर काम करने में काफी activity दिखते है, इसका छवि पर बेहद negative effect पड़ता है। ऐसे लोग
अक्सर अप्रेजल होते ही काम से जी चुराने लगते है। इनकी छुट्टियों की list हमेशा तैयार रहती है। office में भी इनका जितना
ध्यान अपने काम पर होता है, उससे ज्यादा ध्यान manager
के cabin पर। manager office से निकले नही कि bag उठाकर वे भी भाग निकलते है।
यह
प्रवृति न सिर्फ सहकर्मियों की निगाह में, बल्कि manager की निगाह में
आपकी छवि ख़राब करती है। इसी को ध्यान में रखकर निरंतरता बनाये रखें।
Important बातें
1- विश्वनीयता, जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार, विनम्र
स्वभाव और काबिलियत जैसे गुण छवि बनाने important भूमिका
निभाते है। इसलिए office में अपने बातचीत के अंदाज और
व्यवहार के लेकर सजग रहे।
2- अपने मूड को अपने काम पर कभी हावी न होने दे। आप
चाहे बेहद खुश हो या tension में
हो, हमेशा संतुलित व्यवहार करें।
3- किसी भी विषय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने से
पहले अच्छी तरह सोचें। साथी कर्मचारियों के बारे में न तो कोई negative comment करें और न ही
निजी comment.
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