युवा
निवेशक सेवानिवृति योजना के नाम से झिझकते है। और शुरुआत में इसे कम महत्व देते
है। जबकि इसकी शुरुआत पहले करने पर बाद में इसका ज्यादा फायदा उठा सकते है। national pension system(NPS), कर्मचारी
भविष्य निधि (EPF) और सार्वजनिक भविष्य निधि(PPF) सेवानिवृति के मद्देनजर निवेश के option है। लेकिन
इसमे return के मामले में NPS ने
ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है। और इसमे 14% तक return मिला
है। pension fund नियामक PFRDA ने NPS
को लेकर कई सुधार किये है जिसकी वजह से यह पहले से ज्यादा फायदेमंद
और सुविधाजनक हो गया है।
क्या
है NPS
NPS सेवानिवृति
के मद्देनजर निवेश का option है। इसमे सालाना 6,000 रूपये जमा करना अनिवार्य है। इस राशि को आप 500 रूपये के हिसाब से 12
किस्तों में भी जमा कर सकते है। सामान्य स्थिति में इसमे जमा राशि का 60% हिस्सा
60 साल की उम्र पूरी होने पर ही निकाल सकते है। इसके बाद बची हुई राशि का दोबारा
निवेश के लिए pension product खरीदना पड़ता है जिसके आधार पर
आपको हर महीने pension मिलती है। हालाँकि PFRDA ने कुछ विशेष शर्तो के साथ 60 की उम्र से पहले भी आंशिक रूप से निकालने की
छूट दी है। लेकिन उस स्थिति में भी 80% राशि का pension product खरीदना अनिवार्य है।
Return में
आगे
EPF और PPF
के मुकाबले NPS return के मामले में बहुत आगे
है। EPF में 13 से 8.5% return मिलता
है। वही NPS ने 14% return मिलता है।
इसमे औसत return भी करीब 11% रहा जो EPF से ज्यादा है। वित्तीय जानकारों का कहना है कि NPS की
राशि के कुछ हिस्से को market से जोड़ दिया जाता है। जिसकी
वजह से उसपर ज्यादा return मिल रहा है। वही EPF या PPF की आंशिक राशि को market से जोड़ने की योजना का विरोध हो रहा है और अब तक इसपर कोई फैसला नही हो
पाया है।
निवेश
पर Tex छूट
का लाभ
NPS में
निवेश की राशि पर धारा 80C के तहत tax छूट
मिलती है। मौजूदा समय में NPS में एक लाख रूपये तक निवेश पर tax
छूट हासिल कर सकते है। हालाँकि सरकार ने बजट में धारा 80C के तहत मिलने वाली छूट का दायरा 50 हजार रूपये बढ़ाकर 1.50 लाख कर दिया है
आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि NPS की निवेश राशि पर ही
tax छूट मिलती है और इसके तहत सेवानिवृति के बाद मिलने वाली pension
पर आयकर श्रेणी के हिसाब से tax लगता है।
कैसे
करे निवेश
PFRDA ने
आठ संस्थाओं को pension fund के management के लिए चुना है। इसमे SBI pension fund, reliance capital pension
fund, LIC pension fund, Kotak mahindra pension fund, ICICI prudential pension
fund management, बिड़ला सनलाइफ insurance, UTI retirement
solutions और HDFC pension management को NPS
का management दिया गया है। हालाँकि, निजी और सरकारी क्षेत्र के bank सहित गैर-बैंकिंग
वित्तीय company NPS के लिए जमा स्वीकार करती है। लेकिन
योजनायें pension fund प्रबंधको द्वारा ही जारी की जाती है। PFRDA
ने central record keeping ( record रखने
वाली) CRA के जरिये fund प्रबंधकों,
NPA से जुड़ी अन्य agency पर करीब से नजर रखता
है।
नया NPS ज्यादा आकर्षक
PFRDA ने
NPS में एक विशेष तरह के खाता tier-2 account
की सुविधा दी है। यह सामान्य NPS के मुकाबले
ज्यादा सुविधाजनक है। इसमे अन्य बातें सामान्य NPS की तरह
है। लेकिन इसमे से राशि निकालने की छूट है। इसमे खाता खुलवाते समय एक हजार रूपये
जमा करना होगा और सालाना दो हजार रूपये न्यूनतम खातें में रखना होगा।
बंद NPS खाता कैसे शुरू करें
PFRDA ने
NPS में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए बंद पड़े खाते को
दोबारा शुरू करने के लिए October 2014 में नये नियम जारी
किये जो बेहद सुविधाजनक है। सामान्यत NPS ने 6,000 रूपये से कम जमा रहने पर खाता बंद हो जाता हैं। नये नियमों के मुताबिक
महज 100 रूपये का शुल्क और वर्तमान साल के लिए 500 रूपये जमा कर बंद NPS खाते को दोबारा शुरू कर सकते है। वही tier-2 बंद
खाते को महज 100 रूपये शुल्क के साथ दोबारा शुरू कर सकते है। इसके पहले NPS
में सालाना 6,000 रूपये से कम जमा रहने पर
जितने साल आपने उसमें जमा नही किया उसके हिसाब से 100 रूपये और उतने साल का
न्यूनतम बकाये के साथ ही 500 रूपये वर्तमान साल के लिए शुल्क लगता था।
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