अगर
आप सोचते है कि आप डम्ब-बेल, ट्रेडमिल, एक्सरसाइज बाइक, स्टेपर,
अपर बॉडी और काइनेसिस स्टेशन आदि gym की सभी
तकनीकी में पारंगत हो चुके है तो एक बार फिर से विचार करने की जरूरत है। नये study
के अनुसार gym केवल मांशपेशियो को मजबूत बनाने
तक सीमित नही है, इसके कई तरह के अन्य लाभ भी है। यहाँ तक कि
ट्रेडमिल पर दौड़ना heart speed और stamina बढाने के लिए साथ-साथ memory में भी सुधार करता है।
April 2014
में neurology journal में छपे एक study के अनुसार कार्डियोवैस्कुलर fitness यानि
ह्र्द्यत्रंत का सेहतमंद होना सोचने समझने की क्षमता में भी सुधार करता है। इस study
में 18 से 30 वर्ष की उम्र के 2747 उम्मीदवारों को शामिल किया गया
था। study में उस उम्र से gym करने
वाले युवाओ में 43 से 55 की उम्र में पहुचने पर बेहतर memory देखने को मिली।
Mumbai स्थित
sports nutritionist दीपशिखा अग्रवाल के अनुसार,’सप्ताह में चार दिन gym करना तन और मन पर अच्छा असर
डालता है। नियमित exercise से brain तक
blood का संचार दुरुस्त होता है। तंत्रिका कोशिकाए active
होती है, जिससे brain में
नये neuron बनते है।‘ दीपशिखा कहती है
कि gym करना इतना प्रभावी है कि इससे उम्र के साथ होने वाले
एल्जाइमर्स रोग की आशंका को काफी कम किया जा सकता है।
certified fitness
coach रणदीप मोईत्रा कहते है,’gym में exercise
करते समय केवल नये उपकरणों व् ट्रेडमिल पर focus न करे। रस्सी, medicine ball, स्लेड्स, हैवी कैग्स, टायर्स, बॉक्सेस,
क्लब्स और बेल्स जैसे छोटे उपकरण से भी exercise करे। ये आपको मजबूत, लचीला और सेहतमंद रखने के साथ
चोट से मुक्त रखेगे।
1- ट्रेडमिल बनाये रोचक
टोटल fitness के लेखक और fitness
expert लीना मोगरे कहती है,’ अधिकतर लोग
ट्रेडमिल को एक गति पर सेट करते है और दौड़ते चले जाते है। ऐसे लोग जो ट्रेडमिल पर
एक ही गति पर दौड़ते रहते है, उन्हें अलग-अलग गति पर दौड़ते
हुए अपने चलने व् दौड़ने को रोचक और प्रभावी बनाना चाहिए। लगातार 45 minute
jogging करने की जगह 10 minute jog और एक minute
तेज गति से चलना चाहिए। इस तरह workout करने
पर 500 से 600 calorie की खपत कर सकेगे।
2- Rover
gold gym में operation, marketing व् sales की vice president श्रद्दा सेठ कहती है,’rover
एक बेहतरीन कार्डियो machine है, जो कि पिछले कुछ सालो से fashion में नही है। रोइंग workout
चुनौतीपूर्ण है, जिससे पुरे body का exercise होता है। इसमे एक साथ दोनों हाथ और पैर
की movements होती है। दिल की मांशपेशियों मजबूत होती है और
सभी प्रमुख मांसपेशियों के शामिल होने से calorie की खपत
तेजी से होती है।‘ बेंगलूर स्थित fitness expert वनिता अशोक कहती है,’रोइंग में बाजू, पैर, छाती,कंधे,पीठ,पेट का निचला हिस्सा और कूल्हे आदि खास
मांसपेशियों का exercise हो जाता है। इससे जांघ व् कूल्हे
आदि खास मांसपेशियां टोन होती है। बाजू के उपरी हिस्से व् पीठ की मांसपेशियों की
शेष सही रहती है। exercise चूँकि एक क्रमबद्द तरीके से होता
है, इसलिए 10 minute के अभ्यास से ही body
बसा और calorie की खपत शुरू कर देता है।‘ अशोक शुरुआत में 10 minute
रोइंग workout करने की सलाह देते है।
3- रेजिस्टेंस बैंड
मांशपेशियो को मजबूत
बनाना चाहते है? दीपशिखा
अग्रवाल कहती है,’ रेजिस्टेंस बैंड के साथ weight
training करे। आमतौर पर gym जाने वाले अधिकतर लोग इसे नजरंदाज कर देते है। रेजिस्टेंस बैंड सुविधाजनक
है। उसका रख-रखाव आसान है और इससे पूरे body का exercise
हो जाता है। कार्डियो workout से पहले 15 से
18 सेट अलग-अलग के रेजिस्टेंस बैंड के साथ व्यायाम करना चाहिए। इसके साथ weight
करना इसे और प्रभावी बना देता है।
4- बोसू बॉल
मुंबई के celebrity trainer विनोद चन्ना
कहते है,’ अक्सर gym में लोग छोटे gadget
की उपेक्षा बॉल एसाइडस, स्विस बॉल, मेडिसिन बॉल, बैटल रोप आदि से exercise करना संतुलन, गति और चुस्ती तीनो को बढाता है। इससे
मजबूती भी बढती है और लचीलापन भी।‘ चन्ना कहते कहते है,’
वे अपने clients को बासू बॉल की सलाह अवश्य
देते है। आधी गोलाकार यह बॉल स्क्वेट्स, पुश-अप्स के लिए ideal
है। यह body के उपरी भाग की मांशपेशियो की
सक्रियता बढ़ाती है। आप जब इस तरह की exercise जमीन पर करते
है, तो केवल एक मांसपेशी पर काम कर रहे होते है, पर बोसू बॉल से सभी important मांशपेशियो सक्रिय
होती है और संतुलन में भी सुधार होता है। इससे चोटिल होने की आशंका कम होती है। weight
training के साथ इसे करना अच्छा रहता है।‘
5- फॉम रोलर है Stretch से बेहतर
पिंडलियों और टखने की fitness की बात आती है तो stretch
से बेहतर फॉम रोलर साबित हो सकता है। यहाँ तक कि हाथ से मालिश करना भी प्रभावी होता
है। February 2014 में international journal of sports physical therapy में छपे study के अनुसार, static stretching से आशय है कि एक स्थिति को एक minute तक hold
रखना। रोलर में एक साथ कई movements exercise हो
जाता है। dynamic stretching के साथ फॉम रोलर को शामिल करना
लचीलापन बढ़ाता है और साथ ही body के उन हिस्सों का exercise
भी होता है, जो आमतौर पर रह जाते है।
6- पुश-अप्स नही डम्ब-बेल्स
कंधो को सुगठित बनाना
चाहते है? पुश-अप्स
की तुलना में डम्ब-बेल्स प्रभावी होगे। american
council on exercise नामक nonprofit fitness education and research institute के study के अनुसार, ideal workout में डम्ब-बेल्स भी शामिल होगे। खासकर सामने की ओर के कंधो के exercise
के लिए ये काफी प्रभावी होगे। यूँ भी पुश-अप्स व् पुल-अप्स जैसे body
weight exercise आसान नही होते, जबकि
डम्ब-बेल्स में हल्के वजन के अभ्यास से ही मांसपेशियां आकार लेने लगती है।
7- पसीना निकलेगा तो Bacteria रहेगे दूर
gym करना
केवल body को टोन नही करता, ये bacteria
के खिलाफ body को मजबूती भी देता है। proceeding of the natural academy of science में
प्रकाशित study के अनुसार, human body से
निकलने वाले पसीने में bacteria को नष्ट करने वाले protein
की उपस्थिति होती है।
पसीना रोगाणुओ से लड़ता
है, body से toxin बाहर निकलते है और रोम छिद्रों की सफाई होती है।
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