“ किसी और के जैसा होने की कामना करना, जो हम है उसे व्यर्थ करना है।“
एस.जी.एरिकसन
“मै इस बात की परवाह नही करता कि दुसरे मेरे काम
के बारे में क्या सोचते है, लेकिन
मै इस बात का बहुत ध्यान रखता हूँ कि मै अपने काम के बारे में क्या सोचता हूँ। यही
चरित्र है।“
थियोडोर रूजवेल्ट
प्रवाह
के साथ बहना आसान होता है। मुश्किल प्रवाह से विपरीत बहने में होती है। यही वजह है
कि रोज के छोटे-बड़े काम हो या फिर life से जुड़े बड़े फैसले, भेड़चाल
में चलते रहना हमे सुरक्षित और सही लगने लगता है। लेकिन फिर कुछ बड़ा न कर पाने की complain
और बेचैनी क्यों?
आपका life आपके अपने experience
की यात्रा है, किसी दुसरे की नही। इसलिए दूसरो
के पथ का सम्मान करना, उनसे प्रभावित होना एक बात है,
पर दूसरो की देखा-देखी उनके हर कदम पर अपना कदम रखना भेड़चाल से अधिक
कुछ नही। यह सही है कि ऐसा करके भी हम किसी मंजिल तक पहुंचते ही है, पर वह मंजिल हमारी अपनी नही होती। भेड़चाल हमे अच्छी लगती है, क्योकि ये हमे सुरक्षा का एहसास कराती है।
खुद
के प्रति अनिश्चितता और अनभिज्ञता हमारी इस भेड़चाल की प्रवृति को बढ़ा देते है। और
फिर पढाई, career, पहनावे और यहाँ तक कि रिश्तो से जुड़े फैसले हम दूसरो की देखादेखी करने
लगते है। हर कदम पर दूसरो से तुलना करते है।
science teacher की अपनी job बीच में छोडकर निन्जा expert बनने वाले इजमाइल आर्किन अपने blog 30 year
old निन्जा पर लिखते है,’ अपने इच्छित
लक्ष्यों तक पहुचने के लिए खुद को accept करना होता है। यह
समझना होता है कि जो दूसरो के लिए सही है, वह जरूरी नही आपके
लिए भी सही रहे। खुद पर यकीन रखकर ही जाना जा सकता है कि आपका अपना पथ भी बेहद
खुबसुरत है।‘
कैसे
चुने अपनी राह
1- आज जो भी बनना चाहते है, उस राह में चुनौतियों होगी ही।
किसी भी person या बात को इतना हावी न करे कि आप अपनी राह न
देख सके।
2- life के फैसले अपनी पसंद-नापसंद
के आधार पर ले, दूसरो को खुश करने के लिए नही। यह समझना
जरूरी है कि हमे हर person को पसंद करने और उसे खुश करने की
जरूरत नही है। इस तरह यह भी कतई जरूरत नही है दुसरे सभी हमे पसंद करे। खुद में सहज
रहे।
3- अंतिम फैसले तक पहुंचने के लिए पर्याप्त समय ले।
life कोई प्रतियोगिता नही है। यदि
आपके हमउम्र या सहकर्मी आज आपसे आगे प्रतीत हो रहे है तो कल आप उनसे आगे हो सकते
है। दूसरो से compare करके खुद को छोटा न करे।
4- खुद को positive लोगो के साथ रखे। ऐसे लोग, जो आपको प्रेरणा देते है, आपको समझते है।
5- जब आप खुद को स्वीकारते है, तो इच्छित मार्ग की ओर कदम
बढ़ाना आसान हो जाता है। खुद में मौजूद अच्छे गुणों को देखे। धीरे-धीरे आप खुद को
सहज और संतुष्ट महसूस करने लगेगे।
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