पित्ती को अर्टिकेरिया कहते है। यह एक तरह की allergy है, जिससे skin पर लाल चकते पड़ जाते है। खुजली होने लगती है। ऐसा tension से भी हो सकता है।
हाइव्स या पित्ती कई वजह से हो सकती है। यह skin की प्रतिक्रिया है, जिसके लक्षण लाल चकते व् खुजली के रूप में दिखाई देते है। तेज खुजलाने, शराब का सेवन करने, व्यायाम और भावनात्मक tension से problem और बढ़ जाती है।
BL के super speciality hospital के senior डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ, नितिन एस. वालिया कहते है,’ अर्टिकेरिया के लक्षण चौबीस घंटो में चले जाते है। इसके निशान भी नही रहते। क्रानिक अर्टिकेरिया महीनो तक रह सकता है। सामान्य पित्ती ठीक होने पर निशान भी नही रहते। अगर इसके लक्षण बड़े हिस्से पर skin पर चकते पड़ना, चक्कर आना, सनसनाहट, सांस लेने में कष्ट होना या या जीभ या गले में swelling के तौर पर दीखते है तो तुरंत doctor से contact करना चाहिए।
लक्षण
1- लाल, अधिक खुजली वाले अंडाकार या कीड़े के आकार के चकते।
2- bleaching (लाल चकतों को दबाने पर उनका सफ़ेद या पीला पड़ना)
3- चकते body के किसी भी भाग पर दिख सकते है, इनका आकार भी बदल जाता है। body के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में फ़ैल भी सकते है।
ट्रिगर/कारण
research में इसके सटीक कारणों के बारे में पता नही चल पाया है, पर सामान्य कारक निम्न है:
1- कुछ भोज्य पदार्थ जैसे शेलफिश, मछली, मूंगफली, अंडे और दूध
2- एस्प्रिन, पेनसिलीन और blood pressure की medicine की अधिकता।
3- पराग कण, पशुओं की मृत त्वचा, लेटेक्स और कीड़ों के डंक का असर
4- exercise और emotional tension
5- blood transfusion, इम्यून तंत्र से सम्बंधित गडबडियों, thyroid hormones की गड़बड़ी व् अन्य infection
उपचार
घर पर ही कुछ सामान्य सावधानियां रखकर स्थिति काबू में आ जाती है। लेकिन अगर पांच दिन में लक्षण दूर ना हो, तो डॉक्टर से contact करें। एंटीहिस्टामिन इसका सबसे सामान्य उपचार है, इससे खुजली, सूजन और दूसरी allergic प्रतिक्रियाएं कम हो जाती है।
swelling, लालपन और खुजली को कम करने के लिए कई बार कार्टिकोस्टेरॉइड medicine भी दी जाती है। protein controls के अलावा serious स्थितियों में injection भी दिए जाते है।
सावधानियां
1- पित्ती के कारकों से बचें।
2- गर्म पानी का उपयोग ना करें।
3- कुनकुने पानी का उपयोग करें। पित्ती पर गीली पट्टियाँ रखें।
4- ठन्डे कमरे में समय बिताएं।
5- हल्के-पतले और ढीले कपड़े पहनें।
6- ठन्डे पानी में थोड़ा-सा बेकिंग सोडा मिलाकर स्नान करें।
7- तंग और उनी कपड़े ना पहनें।
No comments:
Post a Comment