professional world में कामयाबी हासिल करने के लिए खुद पर जीत हासिल करना सबसे जरूरी है। यह
तभी मुमकिन है, जब आप कार्यस्थल पर पूरे जोश और जूनून के साथ
काम करें। निरंतर सीखे औए सुधार करे। डर और आशंकाए खत्म करके खुद को यकीन दिलाएं
कि नामुमकिन कुछ भी नही। काम को लेकर आप जितने ज्यादा प्रेरित होगे, आपकी मंजिल उतनी ही करीब होगी
French निबंधकार
और आलोचक चार्ल्स डू बोस ने एक बात पते की कही है, ’future में
हम क्या बन सकते है, इस पर गहराई से विचार करते हुए हमें
वर्तमान की पद प्रतिष्ठा को त्याग देने के लिए भी खुद को तैयार रखना चाहिए।‘
जब आप
पेशेवर दुनिया में नये होते है तो जोश और उर्जा से भरे होते है। हर तरह की चुनौती
का सामना करने के लिए आप तैयार होते है, लेकिन उम्र बढने के साथ energy कम होने से धीरे-धीरे life नीरस होने लगती है। job
चाहे पहली हो या पांचवी, आप लगातार अपने आसपास
से सीखते रहते है तो कुछ कामों को अपनी कार्यशैली से पहले से बेहतर बना देते है।
निरंतर इस सीखने और सुधार करने के लिए तैयार रहना ही खुद को प्रेरित किये रखने की
दिशा में पहली सीढ़ी हैं।
कार्यस्थल
पर निरंतर सफलता की ओर बढ़ते रहना आसान नही होता। छोटी-बड़ी कई तरह की चुनौतियाँ आती
रहती है। यही चुनौतियाँ आपकी सफलता और असफलता की नींव रखती है। कई बार आपको अपनी
पसंद की team नही
होती। कभी सहकर्मियों से अपेक्षित सहयोग नही मिलता, तो कई
बार अचानक ही काम का बोझ बढ़ जाता है, जिससे काम व् life
में संतुलन बनाना मुश्किल हो जाता है। senior अधिकारीयों से अपने किये काम की उचित प्रशंसा नही मिल पाती। हालाँकि लम्बे
समय तक मन अनुकूल माहौल का न मिलना आपके उत्साह को कम कर देता है। पर यही वो क्षण
होते है, जब खुद को प्रेरित करते हुए आप खुद को सफलता की ओर
ले जाते है। अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते है। निरंतर काम में सुधार करते हैं। अपनी
प्रगति को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं।
अगर
आप professional life में खुद को बड़ी भूमिका में देखना चाहते है तो शुरू से ही office में अपनी योग्यता साबित करने में जुट जाएँ। सर्वश्रेष्ठ काम करने के लिए
खुद को प्रेरित करें।
दिन
की शुरुआत हो बेहतर
दिन
की शुरुआत जैसी होगी, वैसा
ही पूरा दिन गुजरेगा। इसलिए office पहुंचते ही खुद को उस दिन
के कामों के लिए तैयार कर लें। खुद को इस बात का एहसास दिलाएं कि आपमें न केवल काम
को अच्छी तरह से करने का सामर्थ्य है, बल्कि उसे आप पूरा कर
भी रहे है। इस तरह रोजाना काम को जल्दी शुरुआत आपको बढ़त दिला सकती है।
तय
करे जवाबदेही
जवाबदेही
तय होने से भी आप प्रेरित रहते है। आप अपने कामों का सीधा नतीजा देख सकते है।
कार्यस्थल पर खुद की जिम्मेदारी को समझें। अपने कामों को ढंग से पूरा करें। अगर job में जवाबदेही तय नही हुई है
तो आप खुद को घर के कामों के प्रति जवाबदेह बनाएं।
खुद
को रखें खुश
अक्सर
कामकाजी लोग बड़े-बड़े लक्ष्यों पर ही focus करते है और उसी को हासिल करने की ख़ुशी मनाते
है। खुद को उत्साहित रखने के लिए बेहद जरूरी है कि अपनी छोटी-छोटी उपलब्धियों के
लिए खुद को शाबाशी दें। लक्ष्य की दिशा में बढ़ते हुए छोटे-छोटे पड़ावों को पार करने
पर खुद को प्रेम करें। मसलन किसी दिन अपनी पंसदीदा ice-cream खाएं,
कभी friends के साथ समय बिताएं।
किस
काम में लगता है मन
किसी
को presentation बनाने में मजा आता है, तो किसी को research से मिली जानकारी लुभाती है। अपनी रूचि के अनुसार काम करें, तब आप सहज काम कर सकेंगे। कार्यस्थल पर जरूरी नही कि हमेशा या तुरंत वह
काम मिल जाए, जो आपको पसंद है। ऐसे में अपने काम को मजेदार
बनाने के तरीके खोज निकालें। उनमे नयापन लायें। बचे समय में अपनी पसंद के कामों को
सीखने का प्रयास करे।
कौन
है आपका Ideal
किसी
को ideal मानने
का मतलब यह नही होता कि आप बिलकुल वैसे ही बने, वैसे ही काम
करें। उनके जैसे कपड़े पहनें। उनकी नकल करें। इसका अर्थ यह भी है कि आप दुसरो की
खूबियों को सराहें, उनसे सीखते हुए अपने काम को बेहतर बनाने
का प्रयास करें। जैसे अर्जुन को ideal मानने से आशय है कि उन
जैसे एकाग्र होकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़े। आप अपने family से
भी effect हो सकते है और अपने क्षेत्र में सफल रहने वाले
लोगो से भी। अपने क्षेत्रो में सफल रहें लोगो से सीखे कि वे लोग कठिन फैसले कैसे
लेते है। आलोचनाओ का सामना किसने कैसे किया। दुसरो की सहायता एकाग्रता व् अच्छी
संवाद क्षमता के गुणों का असर उनके काम पर क्या रहा।