हममे
से हरेक व्यक्ति की एक नियति होती है। बिलकुल वैसे ही, जैसे बीज की नियति पेड़ बनना है।
जहां बीज विकास के लिए अपने पर्यावरण पर depend होता है,
वही हमारे साथ ऐसा नही है। हम खुश-किस्मत है कि हमे चुनाव करने करने
की नेमत हासिल है, जो हमे अपने परिवेश और परिस्थितियों से
अधिक ताकतवर बना देती है। दुसरे शब्दों में कहे तो हम अपनी परिस्थितियों को बदल
सकते है।
जीवन
एक नजरिया है। जब हम अपना नजरिया बदलते है, तो सोच का तरीका भी बदल जाता है। सोच का ढंग बदलता
है तो भाव बदलते है। जब अच्छा महसूस करते है तो अच्छा काम भी करते है। और जब
रोजमर्रा के कामो को को ढंग से करने लगते है तो जादुई
परिणाम हासिल होते ही है।
जो भी
है आज है
बहुत
लोग मानते है कि हमारा अतीत, आने वाला कल का निर्माण करता है। गौर करे तो हमारा आज बीते हुए दिन का
परिणाम है और यही आज, आने वाला दिन का अतीत होगा। यानि गहराई
से सोचे तो हमारा आज ही important है, जो
आने वाले कल का आधार बनेगा, बीता कल नही। हम कल असफल होगे,
क्योकि आज कुछ उपयोगी नही कर रहे है। बीते कल की गलती को इसके लिए
जिम्मेदार न ठहराए।
आपके
पास हर दिन सफलता का निशाना लगाने का अवसर होता है। बहुत से लोग बीते वक्त के
दुखों को ही भविष्य की तस्वीर मानकर हार मान लेते है। यह सोच success को दूर ले जाती है,
क्योकि हम हर दिन असहाय होकर बिताते रहते है।
कभी न
कभी हममे में हर किसी ने गलती की होती है। किसी न किसी मोड़ पर हम सभी खुद के साथ
या दूसरो के साथ गलत होते है। पर वह बिंदु, जहां हमारी किस्मत आकार ले रही होती है, वह वही है, जहां आप आज खड़े है। जब आप चुनते है है कि
जो भी हो रहा है उसके लिए आप क्या करेगे। यही चुनाव है जो आप अपने लिए कर सकते है।
यही भविष्य का आधार है। आज ही है, जब बीते कल को सही कर
सकते है।
पहले
नियति बदलने की
आप भी
अपना भाग्य रच सकते है। आज,अभी,
इस पल कुछ सार्थक करने की शुरुआत कर सकते है। जब तक आप जीवित है,
आपके पास अपनी पसंद की दुनिया बनाने का अवसर भी है। आपकी नियति हर
रोज आपको अवसर देती है। इस अवसर को लपक ले, उसे हाथ से छूटने
न दे।
सजगता
है जादू
इस
बात को समझने के लिए मै workshop का आयोजन करती हूँ। इसमे आग पर चलने का खेल शामिल होता है। मै अक्सर लोगो
को कहती हूँ कि यदि आप पहले कभी आग पर चलने हुए जल गये थे, तो
इसका अर्थ यह नही है कि आपके साथ आज भी ऐसा ही होगा। जलने जैसी घटनाये तभी होती है,
जब हम सतर्क नही होते है, जब लापरवाही करते
है। हमारा focus कही और होता है। आग पर चलने समय पूरी सजगता,
एकाग्रता और दृढ़ता की जरूरत होती है। क्या इसी से जादू होता है कि
व्यक्ति जलता नही है? हां, जादू होता
है। सजगता जादू है। जादू होते है, जब हमारी क्रियाये हमारी
इच्छाओ की दिशा में क्रेंदित होती है। अब प्रश्न है कि बीते कल के बुरे experience
को हमारे आज के decision में क्या भूमिका है?
हर गलती, हर नुकसान, हर
दुःख हमे जो सबक देता है, वह है ‘जिम्मेदारी’,
जब हम खुद की जिम्मेदारी लेते है तो एक strong person बनते है। नियति वह नही है, जो हर पल आपके चुने हुए
और किये गये कार्यो में आकार ले रही होती है।
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“ये article, प्रिया कुमार से लिए गये है
जो motivation speaker, corporate trainer.” जो I am
another you, और perfect world पुस्तक की writer.
सपने देखना पसंद करती है।
www.priya-kumar.com
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