अक्सर हम सभी कभी न
कभी एक ऐसी list बनाते है, जिसमें मरने से पहले हम जो चीजें करना चाहते हैं, उसे
शामिल करते है। लेकिन क्या सच में ऐसी list बनाना जरुरी है? क्या मरने से पहले यह
कहना कि मैंने यह काम कर लिए है या ये चीजें हासिल कर ली है, आपको ख़ुशी देगा?
लोगों को यह सब बताने से भला क्या फायदा? वैसे भी life का क्या भरोसा, कोई नही
जानता कि उसके पास कितना समय बचा है और जो काम सोचे है, उसे पूरा करने के लिए उसके
पास समय है भी या नही, तो क्यों ऐसी कोई list बनाने के चक्कर में पड़ें? क्या बेहतर
नही कि हम life के हर क्षण को जियें, एक एक पल का आनन्द लें? मरने से पहले आपको क्या करना है, यह बताने से
अच्छा है कि हम ऐसे सवालों का जवाब ढूंढे, जो हमें हर रोज life को पुरे जोश से
जीने में मदद करें। जिन्दगी जीने से पहले इन छ सवालों का जवाब अपने भीतर जरुर
ढूंढे।
1- जिनसे प्यार करते हैं, उनके लिए क्या करते है?
जब कोई हमारा अपना
अचानक से हमें छोड़कर हमेशा के लिए चला जाता है, तब हमें एहसास होता है कि हम यह
कभी नही जान पाते कि जिनसे आप प्यार करते है, उनके साथ आप कितने समय तक और हैं? वो
कभी हमें छोड़कर जा सकते हैं या फिर आप भी हमेशा के लिए अलविदा कह सकते है। इसलिए उस समय का पूरा
उपयोग करना चाहिए। अगर आप अपनों के साथ पर्याप्त समय नही बिता रहे हैं तो इस habit
को बदलिए। अगर family के किसी member के साथ आपके मतभेद है तो उसे दूर कीजिये। अगर
आपने किसी अपने का दिल दुखाया है है तो उससे माफ़ी मागने में देर मत कीजिये। अभिमान
को अलविदा कहकर चीजों को सही कीजिये। अगर आप किसी से बहुत लम्बे समय से नही मिले
हैं तो उन्हें फ़ोन करिए और पहुंच जाइये उनसे मिलने के लिए।
2-सपनों से दूरी को वजह डर तो नहीं?
आप हमेशा क्या करना चाहते थे? हो सकता है कि बचपन में आप कुछ करने का
सपना देखते हों, लेकिन फिर बड़े होने पर उसे सच से परे समझकर छोड़ दिया हो। क्या कुछ
ऐसा है, जो आप अब भी करना चाहते हैं? मगर विफल होने के डर से नही कर पा रहे है?
आखिर ऐसा कौन सा डर है, जो आपको रोके हुए है? अपने इस सपने के पीछे भागने से आखिर
बुरे से बुरा क्या हो जायेगा? हाँ, अगर आप पहले ही अपने सपने की दिशा में कदम बढ़ा
चुके है तो शाबाश! आप बहुत शानदार कर रहे है।
3-क्या कुछ सार्थक कर रहे है?
सिर्फ काम करने और कुछ अच्छा काम करने में बहुत अंतर है। अधिकतर समय
हम लोग ऐसे काम को करने में लगे रहते है, जिससे कोई फर्क नही पड़ता है। हम अपना अमूल्य
समय बर्बाद कर रहे होते है। यह life की बर्बादी ही तो है। डम्ब लिटिल मैन के
writer अली हेल लिखते है कि अपने आप से पूछो, क्या यह काम अगले पांच साल में मायने
रखता है? यह एक अच्छा सवाल है इससे आपको समय खपाने वाले साधारण काम और ऐसे काम,
जिनका असर जिन्दगी, आपके career पर पड़ने वाला है, में अंतर का पता चल सकेगा।
4-दूसरों की मदद के लिए क्या कर रहे हैं?
जिन्दगी में आप अपने से ज्यादा दूसरों की मदद करके हासिल कर सकते हैं।
जरा सोचिये कि आखिरी बार कब दूसरों की मदद की थी? क्या आप दूसरों से नम्रता के साथ
पेश आते है? क्या कभी दूसरों के दर्द को समझा? क्या मुसीबत में किसी के साथ खड़े
हुए हो? अगर अब तक आपने ऐसा नही किया है तो यही समय है खुद में बदलाव करने के लिए।
दूसरों के लिए दया भाव को अपनी habit बनायें। अल्बर्ट आइन्स्टीन कहते है कि दूसरों
के लिए जीने वाली जिन्दगी ही सबसे कीमती होती है।
5-जैसे बनना चाहते थे, क्या वैसे बन पायें?
जब कभी मैं अधीर या स्वार्थी होने लगता हूँ तो इसी सवाल पर सोचता हूँ।
मैंने अपने आप से क्या वादा किया है? मुझे लगता है कि मै इससे बेहतर कर सकता हूँ।
खुद से पूछा गया यह सवाल मुझे जिन्दगी में बेहतर करने के लिए प्रेरित करता रहता है।
हालाकिं जिन्दगी में अच्छा इंसान बनना बिलकुल भी आसान नही है, कम से कम हर समय तो
नही। दूसरी तरफ स्वार्थी बनना बहुत आसान है, इसके लिए सोचना नही पड़ेगा। लेकिन क्या
आप खुद को स्वार्थी इंसान के रूप में याद किया जाना पसंद करेगें? क्या इसी ढंग से
आप जिन्दगी को जीना चाहेंगे?
6-Health व जोश भरी Life के लिए क्या करना होगा?
हो सकता है कि आप सब कुछ अच्छा कर रहे हों, बावजूद आपकी जिन्दगी थोड़ी
उबाऊ और सुस्त हो सकती है। अगर आप अपनी health का ध्यान नही रखेंगे तो energy की
कमी भी महसूस करेंगे। आप जिन्दगी के अहम क्षणों को बिस्तर पर पड़े हुए बर्बाद कर
देंगे। इसकी बजाय एक अच्छी सेहत भरी जिन्दगी जीने की कोशिश करें। अच्छा खाना खाएं।
Exercise करें। इससे चुस्ती बढेंगी। और फिर इस energy को ऐसे कामों में लगायें, जो
आप हमेशा से करना चाहते थे। अगर अब तक आपको ऐसा कोई काम नही मिला है, जिसे दिल से
करना चाहते है, तो खोजिये। यकीन मानिये उसे हासिल करने के बाद आप मेरा शुक्रिया
जरुर अदा करेंगे।
“ आप कितने साल जिए यह अहम नही है, बल्कि इन सालों में आपने कितनी जिन्दगी
जी, यह मायने रखता हैं”
अब्राहम
लिंकन
“हम हमेशा जिन्दगी जीने के लिए तैयार तो होते है, लेकिन जीते नही है।“
राल्फ वाल्डो
इस article के writer ‘लिओ बबॉटा’ है, जो कैलीफोर्निया में जेन
हैबिट्स के संस्थापक। जेन habits पर कई books आ चुकी है।
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