1-कार्यक्षेत्र में Tension को कैसे दूर भगाएं
तुरंत प्रतिक्रिया से बचें: अक्सर हम स्थिति के control से बाहर होने पर छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा होने लगते है। यहाँ तुरंत प्रतिक्रिया करने के बजाय उन पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए, जिससे स्थिति control में आ सके।
प्राथमिकता के आधार पर चुने काम: कई बार काम की डेडलाइन के चलते tension हो जाता है। यहाँ company की रणनीति, अपनी कार्यक्षमता व अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को ध्यान में रखकर गैरजरुरी कामों को अपनी टेबल से हटा दें।
सकरात्मक रुख रखें: कार्य में tension हमारे self-confidence, energy और ध्यान को बिगाड़ देता है। इसलिए, कार्यक्षेत्र में tension को एक चुनौती के रूप में लें, ताकि आप अपने काम को बेहतर तरीके से कर सकें।
अपनी जिम्मेदारियों पर केन्द्रित रहें: office में बेवजह की बातों से खुद को दूर रखें। ऐसा न करने पर आप अपने career से भटक सकते है और आपकी कार्य क्षमता में भी कमी दिखेगी।
Senior की help लें: अगर office में किसी काम को करने में कठिनाई आ रही है, जिसकी वजह से tension बढ़ रहा है, तब आपको अपने seniors से help लेनी चाहिए।
वक्त से पहले पहुंचने की करें कोशिश: office समय पर नही पहुंचने पर जल्दबाजी और हड़बड़ाहट tension को बढ़ाती है। office जल्दी पहुंचने की habit बनाएं।
प्रबंधन करें: आज की बढ़ती प्रतिस्पर्धा में tension से बचने के लिए job छोड़ना problem हा हल नही है। office में स्थिति को संतुलित करने के लिए दो से तीन बार बीच-बीच में काम से break और संतुलित आहार लेना जरूरी है।
सफलताओं को करें याद: दबाव में सफलतापूर्वक किये कार्यो को याद करना आपके self-confidence को बढ़ाने के साथ आपमें सकरात्मक energy पैदा करता है।
खुद को खुश करना है जरुरी: हर व्यक्ति को अपने कार्य के साथ अपनी रुचियों को भी जीवित रखना चाहिए। यह ख़ुशी देने के साथ मानसिक संतुलन भी बनाये रखता है। जब आप मानसिक रूप से health होते है तो किसी भी तरह के दबाव को झेलने में सक्षम होते है।
2- Decision लेने में कितने आगे?
decision लेने की शैली आपकी नेतृत्व क्षमता को बयाँ करती है। कार्यक्षमता के साथ अगर decision लेने की क्षमता को बेहतर बना दिया जाए तो future में अवसरों के नये रास्ते बनते चले जाते है। यहाँ decision से जुड़ी कुछ बातें
Decision लेने के तरीके पर कर्मचारी 3 श्रेणियों में बांटे जा सकते है
1- 19% employee अपनी समझ से decision लेतें है।
2- 38% कर्मियों के decision आंकड़ो व् तथ्यों पर टिके होते है।
3- 43% कर्मियों के निर्णय मात्र आंकड़ो पर टिके होते है।
Decision लेते समय प्रभावशाली कैसे बन सकते है?
1- जब आप किसी चीज को लेकर स्पष्ट नही होते, तब आप या तो बहुत जल्दी decision लेते है या फिर किसी निर्णय से पूरी तरह पीछे हट जाते है। दोनों ही स्थितियां ठीक नही है।
2- तब तक decision न लें, जब तक आपके पास सही जानकारियां और option उपलब्ध न हो जाएँ।
3- सोचें कि क्या आपका decision future में option के द्वार खोलता है या उसे सीमित कर देता है? imagine करें कि आपने एक decision लिया है। फिर जाननें कि कोशिश करें कि क्या आप उस decision को लेकर हल्का महसूस कर रहे है या फिर खुद को बंधा हुआ देख रहे है?
4- जानने की कोशिश करें कि आपके लिए क्या important रखता है और आपके लिए अर्थपूर्ण life का क्या मतलब है? इस decision के आपके life में क्या मायने होंगे? option को लेकर खुद से इस तरह के सवाल करने से decision लेना आसान हो जाता है।
ख़राब Decision की वजह हो सकती है आपकी ये 8 Habits
1- आलस
2- किसी अनेपक्षित घटना के लिए तैयार न रहना
3- पुराने तरीकों पर टिके रहना
4- दूसरों पर आश्रित रहना
5- अकेले बने रहना
6- technical ज्ञान की कमी
7- संवाद करने में असफल रहना
8- बिना किसी योजना के साथ आगे आना
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